विश्लेषक लार्ज-कैप फंडों में सीधे निवेश करने के बजाय फ्लेक्सी-कैप फंडों की सलाह दे रहे हैं
मनी मार्केट म्यूचुअल फंड विभिन्न वित्तीय साधनों के माध्यम से शोर्ट टर्म इंवेस्ट पर अच्छा रिटर्न प्रदान करता है. आप इसमें एक वर्ष तक निवेश कर सकते हैं.
जब भी आप किसी साल में एक से अधिक बार इंवेस्ट करते हैं तो उस पूरे इंवेस्टमेंट के वार्षिक रिटर्न को IRR कहते हैं.
इंफ्रास्ट्रक्चर फंड मुख्य रूप से पॉवर, कंस्ट्रक्शन, कैपिटल गुड्स और मेटल सेगमेंट की कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं.
इक्विटीज के मामले में लेंडर इंवेस्टमेंट का 50% से 60% अमाउंट आपको लोन के तौर पर दे सकते हैं. वहीं, बॉन्ड के मामले में यह राशि अधिक हो सकती है.
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के अनुसार, इक्विटी एमएफ की फ्लेक्सी-कैप श्रेणी में निवेश का प्रवाह जबर्दस्त रहा है.
इंटरनेशनल फंड्स में निवेश करने वाले फंड ऑफ फंड के रिटर्न पर किसी भी अन्य डेट फंड पर मिलने वाले रिटर्न की तरह ही टैक्स लगता है.
ओपेन एंडेड फंड या स्कीम का मतलब है कभी भी जरूरत के हिसाब से यूनिट को खरीद या बेच सकते है. इस तरह की योजनाओं की निश्चित अवधि नहीं होती है.
इस फंड कैटगरी में मार्केट कैप को लेकर फ्लेक्सिबिलिटी होती है. फंड मैनेजर को मार्केट कैप चुनने की छूट रहती है. ये NFO 9 अगस्त 2021 तक खुला है.
Flexicap vs Multicap Funds: दोनों में अलग-अलग मार्केट कैप वाली कंपनियों में निवेश किया जा सकता है, लेकिन मल्टीकैप में हर मार्केट कैप के लिए सीमा तय है